हर शहर की एक पहचान होती है, लेकिन जब कोई शहर अपनी सफाई, सुंदरता और अनुशासन के लिए पहचाना जाए, तो वह गर्व की बात बन जाती है। ऐसा ही गर्व का क्षण मध्यप्रदेश के लिए तब आया जब स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 (Swachhata Awards 2024) में भोपाल को 10 लाख से अधिक जनसंख्या वाली श्रेणी में द्वितीय सर्वश्रेष्ठ स्वच्छ शहर का पुरस्कार प्राप्त हुआ।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मंगलवार की शाम मंत्रालय में भोपाल की महापौर श्रीमती मालती राय ने नगर निगम के पदाधिकारियों के साथ मुलाकात की और उन्हें राष्ट्रपति द्वारा दिए गए प्रशस्ति पत्र और ट्रॉफी भेंट की। मुख्यमंत्री ने इस सफलता को संपूर्ण मध्यप्रदेश की मेहनत और जन-भागीदारी का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि यह सम्मान केवल भोपाल की नहीं, बल्कि उन हजारों सफाई मित्रों और नागरिकों की जीत है, जो रोज़ाना अपने शहर को साफ और स्वच्छ बनाए रखने के लिए जी-जान से लगे रहते हैं।
महापौर श्रीमती मालती राय ने भी बताया कि जल्द ही सफाई में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सफाई मित्रों को भी सम्मानित किया जाएगा, जिससे निचले स्तर तक प्रोत्साहन का संदेश पहुंचे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नगर निगम अध्यक्ष श्री किशन सूर्यवंशी, श्री रविंद्र यति, श्री राजेश हिंगोरानी और सभी पदाधिकारियों को इस विशेष उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई दी।
इसी कड़ी में इंदौर को 10 लाख से अधिक जनसंख्या वाली श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ स्वच्छ शहर का पुरस्कार मिला है, जबकि उज्जैन ने 3 से 10 लाख जनसंख्या वाली श्रेणी में यह सम्मान अर्जित किया है। इसके साथ ही बुधनी नगर निकाय को भी 20 हजार से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में पुरस्कार प्राप्त हुआ, जिसकी जानकारी बुधनी नगर परिषद के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को दी।
इस पूरे सम्मान समारोह ने यह सिद्ध कर दिया है कि मध्यप्रदेश स्वच्छता की दिशा में केवल आगे नहीं बढ़ रहा, बल्कि पूरे देश को प्रेरित कर रहा है। यह सफाई की एक सोच है, एक आंदोलन है जो शासन और जनता के साथ आने से साकार हो रहा है।
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