कभी-कभी क्रिकेट के मैदान पर ऐसा कुछ होता है, जो सिर्फ एक पारी नहीं बल्कि इतिहास बन जाता है। मैनचेस्टर टेस्ट का आखिरी दिन भी कुछ ऐसा ही पल लेकर आया। भारत के युवा कप्तान शुभमन गिल ने Shubman Gill Test Century के साथ न सिर्फ शतक जड़ा, बल्कि कई बड़े रिकॉर्ड्स को भी पीछे छोड़ दिया।
गिल ने इस टेस्ट सीरीज़ में चौथा शतक लगाते ही सुनील गावस्कर, विराट कोहली जैसे दिग्गजों की बराबरी कर ली। लेकिन जो बात उन्हें सबसे खास बनाती है, वो है इंग्लैंड की धरती पर एक टेस्ट सीरीज़ में 700 से ज्यादा रन बनाने वाले पहले एशियाई खिलाड़ी बनने का गौरव।
मैनचेस्टर की सुबह और रिकॉर्ड का सूरज
जब पांचवें दिन का खेल शुरू हुआ, तो शुभमन गिल क्रीज पर 78 रन बनाकर नाबाद थे। सिर्फ 3 रन और चाहिए थे – और जैसे ही उन्होंने यह हासिल किया, इतिहास लिखा गया। 700 रन पूरे होते ही वो इस मुकाम तक पहुंचने वाले भारत के तीसरे खिलाड़ी बन गए। उनसे पहले ये कारनामा सिर्फ सुनील गावस्कर और हाल ही में यशस्वी जायसवाल कर पाए थे।
गिल ने इस सीरीज़ में बल्ले से वो तूफान मचाया, जिसने क्रिकेट प्रेमियों को पुराने सुनहरे दौर की याद दिला दी। बर्मिंघम टेस्ट में 269 और 161 रनों की दो पारियों ने पहले ही सबको चौंका दिया था। अब मैनचेस्टर में लगाया गया शतक जैसे उस सफर का खूबसूरत समापन था।
एक युवा कप्तान की महान शुरुआत
शुभमन गिल के लिए यह सीरीज सिर्फ उनके बल्ले का जलवा नहीं था, बल्कि बतौर कप्तान यह उनकी पहली टेस्ट सीरीज भी थी। और क्या ग़ज़ब शुरुआत रही – 722 रन और 4 शतक। डॉन ब्रैडमैन के बाद किसी भी कप्तान की पहली सीरीज़ में यह सबसे बड़ा योगदान रहा है।
जब राहुल और गिल ने इंग्लैंड को थका डाला
इस टेस्ट में एक और खास बात यह रही कि भारत ने अपनी दूसरी पारी में शुरुआती दो विकेट 0 पर खो दिए थे। वहां से केएल राहुल और शुभमन गिल ने पारी को संभाला और 417 गेंदों तक साथ खेले – जो इंग्लैंड में भारतीय खिलाड़ियों द्वारा खेली गई सबसे लंबी साझेदारी बन गई।
सिर्फ आंकड़े नहीं, एक भावना है शुभमन गिल
शुभमन गिल की ये सीरीज़ सिर्फ आंकड़ों की कहानी नहीं है। ये उस विश्वास की कहानी है जो देश का हर युवा खुद में महसूस करना चाहता है। गिल सिर्फ एक बल्लेबाज़ नहीं, वो अब एक उम्मीद हैं – भारत की नई टेस्ट पीढ़ी की पहचान हैं।
निष्कर्ष
Shubman Gill Test Century का ये कारनामा मैनचेस्टर की सुबह से उठकर इतिहास की किताबों में दर्ज हो चुका है। गावस्कर से लेकर कोहली तक का सफर अब गिल की अगली पीढ़ी में जारी है। अगर यह उनकी शुरुआत है, तो आने वाला समय भारतीय क्रिकेट के लिए सुनहरा हो सकता है।
Disclaimer:
यह लेख विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स, आंकड़ों और क्रिकेटिंग स्रोतों पर आधारित है। इसमें दी गई जानकारी को सत्यापित करने के लिए आधिकारिक स्कोरकार्ड और आंकड़ों की पुष्टि की जा सकती है। इसका उद्देश्य केवल सूचनात्मक है, किसी भी खिलाड़ी या संस्था को बढ़ावा या हानि पहुंचाना नहीं।