Shubman Gill: भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही रोमांचक टेस्ट सीरीज में शुभमन गिल ने वो कर दिखाया जो पिछले 35 सालों में कोई भारतीय नहीं कर पाया था। जब टीम मुश्किल में थी और विकेट लगातार गिर रहे थे, तब गिल ने न केवल मोर्चा संभाला, बल्कि एक शानदार शतक ठोक कर मैनचेस्टर के मैदान पर इतिहास रच दिया।
गिल की यह पारी सिर्फ एक शतक नहीं थी, यह एक जज़्बा था—एक कप्तान की ज़िम्मेदारी को निभाते हुए, टीम को संभालने का साहस और फाइटबैक की कहानी थी। 103 रनों की इस जबरदस्त पारी ने जहां भारत की उम्मीदों को ज़िंदा रखा, वहीं क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में भी खास जगह बना ली।
इस शानदार पारी के साथ शुभमन गिल अपने टेस्ट करियर का छठा शतक जड़ने में सफल रहे। लेकिन इस शतक की सबसे खास बात ये थी कि यह इस सीरीज का उनका चौथा शतक था। जी हां, गिल अब एक ऐसी लिस्ट में शामिल हो चुके हैं जिसमें डॉन ब्रैडमैन और सुनील गावस्कर जैसे दिग्गजों के नाम हैं।
कप्तान के तौर पर अपने पहले ही टेस्ट सीरीज में चार शतक लगाकर उन्होंने एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बना डाला। इससे पहले ऐसा कारनामा दुनिया के किसी भी कप्तान ने नहीं किया था। विराट कोहली, ब्रैडमैन, ग्रेग चैपल जैसे नाम इस रिकॉर्ड से एक कदम पीछे रह गए।
इतना ही नहीं, मैनचेस्टर के मैदान पर 1990 के बाद पहली बार किसी भारतीय बल्लेबाज़ ने शतक जड़ा है। वो बल्लेबाज कोई और नहीं बल्कि क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर थे। अब 35 साल बाद शुभमन गिल ने यह गौरव हासिल कर लिया है।
गिल ने सिर्फ अकेले नहीं, बल्कि केएल राहुल के साथ मिलकर भारत की लड़खड़ाती पारी को मजबूत किया। राहुल भी 90 रनों की शानदार पारी खेलकर आउट हुए, लेकिन दोनों ने मिलकर एक यादगार साझेदारी दी जो शायद सालों तक याद रखी जाएगी।
शुभमन गिल इस सीरीज में अब तक 720 से ज्यादा रन बना चुके हैं, और यह आंकड़ा साफ बताता है कि वे सिर्फ बल्लेबाज नहीं बल्कि भविष्य के लिए एक प्रेरणादायक कप्तान भी हैं।
Disclaimer
इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न खेल स्रोतों व रिपोर्ट्स के आधार पर तैयार की गई है। यहां दिए गए आंकड़े लेखन के समय तक के प्रदर्शन पर आधारित हैं और समय के साथ बदल सकते हैं। किसी भी आंकड़े की पुष्टि के लिए आधिकारिक स्पोर्ट्स बोर्ड या वेबसाइट्स देखें।