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Kevin Pietersen on Prithvi Shaw: केविन पीटरसन ने पृथ्वी शॉ को सरफराज का उदाहरण दिखाकर लगाई फटकार, बोले – “ये दिखाओ उसे, ये हो सकता है!”

Kevin Pietersen on Prithvi Shaw: कभी भारतीय क्रिकेट का भविष्य माने जाने वाले पृथ्वी शॉ आज खुद को टीम इंडिया से बाहर पाते हैं। मैदान से ज्यादा वह अब विवादों और गैर-क्रिकेटिंग कारणों से चर्चा में रहते हैं। एक वक्त था जब उन्होंने अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारत को विजेता बनाकर सुर्खियां बटोरी थीं, लेकिन अब वह अपने करियर को संभालने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने अब एक कड़वी लेकिन सच्ची बात कही है – और वो भी किसी आम खिलाड़ी के लिए नहीं, बल्कि भारत के इस कभी चमकते सितारे पृथ्वी शॉ के लिए। पीटरसन ने सरफराज खान की तस्वीर साझा कर पृथ्वी को उनके जैसा बनने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि एक मजबूत शरीर ही मजबूत दिमाग की पहचान है – और यह बात सरफराज खान ने साबित की है।

सरफराज खान ने भारतीय टेस्ट टीम से बाहर होने के बाद न सिर्फ रन बनाए, बल्कि अपनी फिटनेस पर भी जबरदस्त मेहनत की। उन पर कई बार आरोप लगे कि वो फुर्तीले नहीं हैं, शरीर भारी है, लेकिन उन्होंने सबके मुंह बंद कर दिए। अब वह सिर्फ बल्ले से ही नहीं, अपनी फिटनेस से भी लोगों को प्रभावित कर रहे हैं।

इसी बदलाव को देखकर पीटरसन ने कहा कि सरफराज ने अपनी प्राथमिकताओं को समझा, मेहनत की और खुद को बदल डाला। यह बात पृथ्वी शॉ के लिए भी सीखने लायक है। पीटरसन ने यह भी लिखा कि “क्या कोई कृपया ये पृथ्वी शॉ को दिखा सकता है? ये किया जा सकता है।”

एक समय पृथ्वी शॉ को ‘अगला सचिन तेंदुलकर’ कहा गया था। लेकिन आज वह न आईपीएल में हैं, न टीम इंडिया के आसपास। फिटनेस और अनुशासन की कमी उनके करियर की सबसे बड़ी रुकावट बनती जा रही है।

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यह वक्त है जब पृथ्वी को सरफराज खान जैसे खिलाड़ियों से प्रेरणा लेनी चाहिए, जो आलोचनाओं को चुप कराने के लिए खुद में बदलाव लाए और फिर से मैदान पर वापसी की राह बना ली। क्रिकेट सिर्फ टैलेंट नहीं, समर्पण, अनुशासन और मेहनत की भी मांग करता है।

पृथ्वी शॉ अभी भी युवा हैं, उनका करियर खत्म नहीं हुआ है। लेकिन उन्हें ये समझना होगा कि अगर वह फिर से टीम इंडिया की जर्सी पहनना चाहते हैं, तो उन्हें सरफराज जैसे जज़्बे की ज़रूरत है।

Disclaimer:
यह लेख खिलाड़ियों से संबंधित सार्वजनिक बयानों, सोशल मीडिया पोस्ट और मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर तैयार किया गया है। इसका उद्देश्य किसी खिलाड़ी की छवि को नुकसान पहुंचाना नहीं, बल्कि उनके करियर से जुड़ी घटनाओं और प्रेरक पहलुओं को सामने लाना है।

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