Health Services in Madhya Pradesh: मध्यप्रदेश में अब बीमारी का इलाज सिर्फ एक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि सरकार का सेवा भाव बन गया है। जब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल के हमीदिया अस्पताल में अत्याधुनिक सीटी स्कैन और एमआरआई मशीन का लोकार्पण किया, तब उन्होंने सिर्फ मशीनें नहीं लगाईं, बल्कि हर नागरिक के चेहरे पर सुकून की एक उम्मीद भी जगा दी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने साफ कहा – “नर सेवा ही नारायण सेवा है।” और यही भावना अब स्वास्थ्य व्यवस्था की रीढ़ बन रही है। सरकार का संकल्प है कि हर व्यक्ति को सस्ती, सुलभ और गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हों – बिना भटकाव, बिना डर और बिना देरी के।
जब जीवन बचाना हो प्राथमिकता
हमीदिया अस्पताल में स्थापित सीटी स्कैन और एमआरआई मशीनों से अब रोजाना हज़ारों मरीजों को अत्याधुनिक जांच सुविधाएं मिलेंगी। जो टेस्ट पहले महंगे निजी अस्पतालों में करवाने पड़ते थे, अब वे सुविधाएं एक आम व्यक्ति को भी सरकार द्वारा सुलभ कराई जा रही हैं।
इस पहल से अब कोई मरीज जांच के लिए दर-दर नहीं भटकेगा। यही नहीं, गंभीर स्थिति में मरीजों के लिए एयर एंबुलेंस और हेली सेवा जैसी सुविधाएं भी सरकार ने शुरू कर दी हैं – समय पर इलाज और जीवन रक्षा के लिए।
प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में आगे बढ़ता स्वास्थ्य मॉडल
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विज़न से प्रेरित होकर मध्यप्रदेश स्वास्थ्य के क्षेत्र में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। आज 17 शासकीय मेडिकल कॉलेज, 40 कुल मेडिकल कॉलेज, 800 से अधिक हेल्थ वेलनेस सेंटर और पीपीपी मॉडल पर स्थापित हो रहे मेडिकल कॉलेज इस बात का प्रमाण हैं कि स्वास्थ्य अब विकास का हिस्सा बन चुका है।
आयुष्मान कार्ड और राहवीर योजना से आमजन को राहत
अब तक 4 करोड़ 37 लाख से अधिक नागरिकों को आयुष्मान भारत निरामयम् कार्ड मिल चुके हैं, जिससे गरीबों को मुफ्त इलाज मिलना सुनिश्चित हो गया है। साथ ही सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की मदद करने वालों को सरकार ‘राहवीर योजना’ के अंतर्गत 25 हजार रुपये देकर सम्मानित भी कर रही है।
चिकित्सा शिक्षा में भी ऐतिहासिक विस्तार
प्रदेश में अब एमबीबीएस की 2,575 और पीजी की 1,357 सीटें उपलब्ध हैं। उज्जैन में बन रही मेडिसिटी और विक्रम उद्योगपुरी में बनने वाला देश का सबसे बड़ा मेडिकल डिवाइस पार्क इस ओर इशारा करते हैं कि आने वाले समय में स्वास्थ्य सुविधाएं सिर्फ मजबूत नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भी होंगी।
सरकार का संकल्प: सेवा, संवेदना और समर्पण
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अपने संबोधन में बार-बार यह दोहराया कि स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार सिर्फ विकास नहीं है, यह सरकार की संवेदनशीलता का प्रमाण है। मशीनों की स्थापना सेवा की भावना का विस्तार है – और जब सेवा में संवेदना जुड़ जाए, तो समाज में बदलाव तय है।
इस लोकार्पण समारोह में चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े सभी वरिष्ठ अधिकारी, जनप्रतिनिधि, डॉक्टर्स और समाजसेवी उपस्थित रहे – जो यह दर्शाता है कि सरकार, समाज और सेवाभाव अब एक साथ मिलकर मध्यप्रदेश को स्वस्थ और समृद्ध बनाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।
Disclaimer:
यह लेख सूचना और जनहित के उद्देश्य से तैयार किया गया है। इसमें दी गई जानकारियां मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा सार्वजनिक रूप से साझा किए गए वक्तव्यों और सरकारी योजनाओं पर आधारित हैं। पाठकों से अनुरोध है कि वे स्वास्थ्य से जुड़ी किसी भी सेवा का लाभ लेने से पहले संबंधित अधिकृत अस्पताल या सरकारी पोर्टल से विस्तृत जानकारी जरूर प्राप्त करें।