क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं है, यह जज्बातों, जुनून और जज्बे की मिसाल होता है। जब कोई खिलाड़ी मैदान पर उतरता है तो वह सिर्फ रन या विकेट के लिए नहीं बल्कि अपनी टीम, अपने देश और करोड़ों फैन्स के भरोसे के लिए खेलता है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है भारत के विकेटकीपर-बल्लेबाज़ Rishabh Pant ने, जिन्होंने पैर के अंगूठे में फ्रैक्चर के बावजूद न सिर्फ बैटिंग की, बल्कि शानदार अर्धशतक लगाकर सभी को भावुक कर दिया।
यह घटना भारत और इंग्लैंड के बीच चौथे टेस्ट की है, जब पंत दर्द से कराहते हुए भी मैदान पर डटे रहे। चोट इतनी गंभीर थी कि उन्हें पहले 37 रन पर रिटायर्ड हर्ट होना पड़ा, लेकिन जब टीम को जरूरत पड़ी तो वह फिर से मैदान पर लौटे और बल्ले से ऐसा जवाब दिया कि हर कोई उनकी बहादुरी को सलाम करने लगा।
पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने तो पंत को “सबसे बड़ा टीम मैन” कह दिया। उनका कहना था कि ये पारी सिर्फ स्कोर बोर्ड की कहानी नहीं है, बल्कि एक जुझारू खिलाड़ी की ताकत और टीम के लिए कुछ भी कर गुजरने की भावना का प्रमाण है।
दिसंबर 2022 में भीषण कार दुर्घटना से लेकर मैनचेस्टर टेस्ट तक, Rishabh Pant की वापसी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं रही। चोट के बाद जिस तरह उन्होंने अपनी फिटनेस पाई और फिर फ्रैक्चर के साथ भी अर्धशतक जड़ा, वह एक मिसाल बन गई है।
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल एथरटन भी उनके कायल हो गए। उन्होंने कहा कि पंत ने इस सीरीज़ में न सिर्फ रन बनाए, बल्कि ऐसा खेल दिखाया जो क्रिकेट को देखने का नजरिया ही बदल दे।
नासिर हुसैन ने तो साफ कहा – “उनके पास प्रतिभा तो है ही, लेकिन उनके पास दिल भी बहुत बड़ा है।”
आज पंत ने साबित कर दिया कि असली खिलाड़ी वो होता है जो मुश्किल हालात में हार नहीं मानता। उन्होंने दर्द को अपनी ताकत बनाया और मैदान पर उतरकर एक ऐसे अर्धशतक की नींव रखी, जिसे कोई नहीं भुला पाएगा।
Disclaimer: यह लेख उपलब्ध सूचनाओं के आधार पर बनाया गया है। इसमें उपयोग की गई जानकारी का स्रोत सार्वजनिक खबरें और आधिकारिक बयान हैं। इसका उद्देश्य पाठकों तक खेल की प्रेरणादायक कहानियां पहुंचाना है।