Madhya Pradesh Global Investment Hub: जब एक राज्य अपने सीमित संसाधनों के बावजूद वैश्विक स्तर पर आत्मविश्वास से भरी आवाज़ उठाता है, तो वह केवल भूगोल नहीं, बल्कि भविष्य बदलने का इरादा दिखाता है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्पेन के बार्सिलोना में ‘इन्वेस्ट इन एमपी बिजनेस फोरम’ को संबोधित करते हुए ऐसा ही विश्वास जताया—कि मध्यप्रदेश अब केवल भारत का हिस्सा नहीं, बल्कि ग्लोबल ग्रोथ इंजन बनने की दिशा में अग्रसर है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव की यूरोप यात्रा केवल औपचारिक दौरा नहीं, बल्कि एक निर्णायक पहल है, जहां निवेशकों को न सिर्फ आमंत्रित किया गया, बल्कि भरोसा भी दिलाया गया कि मध्यप्रदेश उनके सपनों को साकार करने का सबसे सुरक्षित और सरल प्लेटफॉर्म है। उन्होंने न केवल आर्थिक अवसरों की बात की, बल्कि सांस्कृतिक साझेदारी की गहराई को भी छुआ। वर्ष 2026 को भारत-स्पेन सांस्कृतिक सहयोग वर्ष घोषित कर यह दर्शाया गया कि यह संबंध केवल व्यापार तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि संस्कृति, साहित्य, फिल्म और लोक कल्याण के गहरे रंगों से रंगे जाएंगे।
डॉ. यादव ने बार्सिलोना की सराहना करते हुए कहा कि जैसे बार्सिलोना ने नवाचार, संस्कृति और समावेशिता के साथ एक विशेष स्थान बनाया है, वैसे ही मध्यप्रदेश विरासत और विकास के अद्भुत समन्वय से अब दुनिया के निवेश नक्शे पर उभरता हुआ केंद्र बन रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य की 18 निवेश-अनुकूल नीतियाँ, स्थिर शासन और सरल प्रक्रियाएँ मध्यप्रदेश को वैश्विक निवेशकों के लिए सबसे उपयुक्त बनाती हैं।
बार्सिलोना में सबमर टेक्नोलॉजीज और मध्यप्रदेश इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के बीच केवल 24 घंटे में एमओयू साइन कर एक नया इतिहास रच दिया गया। अंतरराष्ट्रीय मंचों पर जहाँ महीनों लग जाते हैं, वहीं मध्यप्रदेश की तीव्र निर्णय क्षमता निवेशकों को वास्तविक रूप से प्रभावित कर रही है।
इस अवसर पर स्पेन में भारत के महावाणिज्यदूत श्री इंबासेकर सुंदरमूर्ति ने डॉ. यादव की नेतृत्व क्षमता की सराहना करते हुए कहा कि यह टीमवर्क और प्रभावशाली विज़न का नतीजा है। इंदौर की स्वच्छता, डिजिटल गवर्नेंस और तकनीकी दक्षता को उन्होंने पूरे भारत के लिए उदाहरण बताया।
मध्यप्रदेश के अपर मुख्य सचिव श्री संजय दुबे ने बताया कि राज्य अब टेक्नोलॉजी हब के रूप में उभर रहा है, जहाँ रिन्युएबल एनर्जी, आईटी, एवीजीसी, ड्रोन, सेमीकंडक्टर और स्पेस टेक्नोलॉजी जैसी नीतियाँ आने वाले समय की दिशा तय करेंगी।
टूरिज्म, हॉस्पिटैलिटी, वेलनेस और एडवेंचर क्षेत्रों में भी निवेश के लिए अपार संभावनाएँ हैं। प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने कहा कि मध्यप्रदेश केवल धरोहरों और इतिहास की भूमि नहीं, बल्कि आत्मिक शांति और निवेश की ऊर्जा से भी परिपूर्ण है।
डॉ. यादव ने अपने उद्बोधन में कहा कि बार्सिलोना और मध्यप्रदेश जैसे जुड़वां भाई हैं – एक तरफ नवाचार और टेक्सटाइल का बेताज बादशाह बार्सिलोना, तो दूसरी तरफ कॉटन उत्पादन और हरित ऊर्जा में अग्रणी मध्यप्रदेश। राज्य 32 लाख से अधिक किसानों को सोलर पंप देकर ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में दुनिया को नई दिशा दे रहा है।
भारत और स्पेन के बीच 9 बिलियन डॉलर से अधिक का द्विपक्षीय व्यापार है और मध्यप्रदेश इस साझेदारी में तेजी से बढ़ता योगदान दे रहा है। ऑर्गेनिक केमिकल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, वस्त्र और खाद्य प्रसंस्करण जैसे क्षेत्रों में स्पेन को निर्यात कर राज्य ने अपनी अंतरराष्ट्रीय पहचान मजबूत की है।
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी यह यात्रा सिर्फ समझौते करने की नहीं, बल्कि रिश्ते गढ़ने की है। ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ की भावना से प्रेरित होकर मध्यप्रदेश दुनिया को यह संदेश दे रहा है कि निवेश सिर्फ आंकड़ों का खेल नहीं, बल्कि साझा सपनों की नींव है।
Disclaimer:
यह लेख आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति और विश्वसनीय सूत्रों पर आधारित है। इसमें प्रस्तुत सभी विचार केवल सूचना के उद्देश्य से हैं और किसी भी राजनीतिक प्रचार या पूर्वाग्रह से प्रेरित नहीं हैं। लेख का उद्देश्य पाठकों को मध्यप्रदेश के वैश्विक निवेश प्रयासों और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की यूरोप यात्रा की प्रमुख उपलब्धियों से अवगत कराना है।